ब्यूरो सीधी
मैहर जिले के रामनगर तहसील के अंतर्गत ग्राम नादो,सुलखमा,हर्रई, रामचुआ,धनवाही,गांव का मामला 27 जुलाई 2024 है जिसमे सिंघाड़े की फ़सल में अचानक प्राकृतिक आपदा की चपेट से रोग लग जानें के कारण एवं बाढ की चपेट से संपूर्ण सिंघड़े की फसल पूरी तरह से नष्ट हों गई थी जिसकी सूचना अनुविभागीय अधिकारी रामनगर,जिला कलेक्टर मैहर,उद्यामिकी विभाग सतना,साथ ही जनसुनवाई कलेक्टर मैहर में भी कई बार आवेदकों द्वारा आवेदन किया जा चुका है जबकि उद्यमिकी विभाग के अनिल कुमार सिंह उप संचालक उद्यान विभाग सतना एवं कृषि विभाग के कृषि बैज्ञानिक डॉ अखिलेश जागरे कृषि विज्ञान केन्द्र मझगवां,व डॉ आर एस नेगी वरिष्ठ बैज्ञानिक कृषि विज्ञान केन्द्र मझगवां एवं नायब तहसीलदार ललित धर्वे,अमरेन्द्र कुमार मिश्रा ग्रामीण उद्यान विभाग विस्तार अधिकारी रामनगर के द्वारा जाचं प्रतिवेदन में 85-90 प्रतिशत सिघाड़े की फसल नष्ट हो चुकी हैं प्रतिवेदन भी दिया गया साथ तहसीलदार रामनगर द्वारा जाचं प्रतिवेदन को अनुमोदित किया इसके बाद भी आज दिनाँक तक सिंगरहा समाज के लोगों न तो मुआवजा मिला न और न ही सरकार द्वारा सहयोग दिया गया जबकि मैहर जिले की प्रभारी मंत्री राधा सिंह जी को भी सिंगरहा समाज के जिला अध्यक्ष शिवप्रताप सिंगरहा द्वारा ज्ञापन के माध्यम से अवगत कराया जा चुका है ।
जबकि 9-10 माह बीत जाने के बाद भी सिंगरहा समाज की नष्ट हुई सिघाड़े फसल का मुआबजा नही मिल पाया है ऐसे में मैहर एवं सतना जिले का संपूर्ण सिंगरहा समाज कर्ज के तले दबा हुआ है अब देखना यह है की गरीबों की बात करने बाली भाजपा सरकार,सिंगरहा समाज को कब न्याय दिला पाती हैं और नष्ट हुई सिघाड़े की फसल का मुआबजा कब तक मिल पाता है।
सिंघाड़े की खेती करने वाले किसानों को अब तक नहीं मिला मुआवजा अब तक झूठा रहा आश्वासन ।

By MPLive News
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