-सीधी शिक्षा विभाग आये दिनों सुर्खियों में बना रहता है शैक्षणिक सत्र 2024 आरम्भ हो चुका है हालात यह है कि जिन शिक्षकों को विभाग में नियुक्ति विद्यालयो में पढ़ाने के लिए हुई थी वे अपने बर्चस्व व राजनैतिक दबाव का उपयोग कर डीईओ कार्यालय सहित अन्य विभागों में अटैचमेन्ट करा कर मलाई खा रहे हैं यही नहीं शिक्षा विभाग सीधी डीईओ कार्यालय में 11 शाखाये है और 18 की संख्या में स्टाफ की पदस्थापना है और 14 की संख्या में शिक्षक ऐसे हैं जो इन दिनो अटैचमेंट पर चल रहे है यही कारण है कि शैक्षणिक सत्र में शासकीय विद्यालयों के रिजल्ट का परफार्मेंस ठीक नहीं रहता है जहां प्राईवेट विद्यालयो का रिजल्ट 65 से 70 प्रतिशत है तो वहीं शासकीय विद्यालयो का रिजल्ट 30 से 40 फिसदी तक है पूरे मामले में डीईओ पीएल मिश्रा की भूमिका संदिग्ध है और उन्ही के संरक्षण में शिक्षा विभाग में यह दौर चल रहा है डीईओ पीएल मिश्रा पहले भी विवादित रीवा में रह चुके हैं जिनके खिलाफ गमन की जांच चल रही है।
-ये शिक्षक है अटैचमेंट पर।
-शिक्षा विभाग में विभिन्न विद्यालयों में पदस्थ ये शिक्षक दूसरे विभागों या फिर डीईओ कार्यालय में दे रहे हैं अपनी सेवाएं दे रहे हैं। भूपेंद्र पाण्डेय भू अर्जन विभाग, प्राथमिक शिक्षक रवीश कुमार तिवारी निति आयोग,आदित्य पाण्डेय डीईओ कार्यालय प्रभारी योजना अधिकारी,रजनीश पति त्रिपाठी डीईओ कार्यालय,अमर नाथ चर्तुवेदी प्रभारी सांख्यिकी अधिकारी,राजेश पाण्डेय डीईओ कार्यालय अटैच, सुरेश पाण्डेय माध्यमिक शिक्षक डीईओ कार्यालय स्थापना देख रहे हैं,दिनकर प्रसाद तिवारी स्थापना में ही बैठे हैं, रामकृष्ण तिवारी प्राचार्य शा उ मा वि सरदा प्रौढ शिक्षा अधिकारी बन कर बैठे हैं,विजय सिंह प्राचार्य सतनरा डीईओ कार्यालय में आईटी सेल देख रहे हैं,शिक्षक वीरेन्द्र तिवारी आईटी सेल में जबरन पैठ बनाये है, प्राथमिक शिक्षक संध्या शुक्ला एस डी एम कार्यालय में अटैचमेन्ट पर है, बृजलाल बंसल डीईओ कार्यालय में प्रौढ शिक्षा में डेरा डाले हैं,कृष्णा गिरी वरिष्ठ अध्यापक स्थापना डीईओ कार्यालय में डेरा डाले हैं।
-ये है प्रमुख कारण।
शिक्षा विभाग सीधी एसा दलदल है बनता जा रहा है जहां से दिन प्रतिदिन भ्रष्टाचार के नये आयाम निकाले जा रहे हैं सवाल यह उठता है कि यदि विभाग में 11शाखाए है और 18 लोगो की पदस्थापना है तो डीईओ कार्यालय शिक्षकों को अटैचमेंट किस लिए किया गया है नाम न छापने के एवज में शिक्षा विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि जो अमला उपरोक्त कार्यों के लिए पदस्थ किया गया है वह लूपलाईन में है और अटैचमेन्ट पर आ कर लोग भ्रष्टाचार सहित डीईओ की तारिफदारी में लगे रहते हैं अव उपरोक्त मामले की शिकायत संचालनालय को भी भेजी जा रही है ।
-शिक्षा विभाग को शर्मशार कर रहा डीईओ प्रेमलाल मिश्रा का कारनामा। -देढ दर्जन शिक्षक विद्यालय छोड़ विभागों में अटैचमेन्ट मे कर रहे कार्य। -शैक्षणिक सत्र के परीक्षा परिणाम पर पड़ता है इसका प्रभाव। -शिक्षा विभाग में फल-फूल रही है दलाली प्रथा। -रीवा में भी विवाद रहे हैं पीएल मिश्रा।
By MPLive News
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