-शासकीय प्राथमिक शाला अगरियान टोला कंजबार के उत्कृष्ट व सराहनीय कार्य एवं शिक्षक शैलेंद्र सिंह के कर्तव्य परायणता से प्रभावित होकर शाला के अभिभावक आदरणीय श्री शंभू प्रसाद मिश्र जी द्वारा श्री रामचरितमानस भेंट कर उत्कृष्ट कर की प्रशंसा करते हुए प्रसन्नता व्यक्ति किए वही पर श्री आलोक कुमार सिंह शाला के भूतपूर्व छात्र के द्वारा बच्चों के लिए 10 नग कहानी की पुस्तके भेंट किये। श्री अभय राज सिंह जी व एस. एम . सी के अध्यक्ष श्रीमती निर्मला साकेतजी द्वारा बच्चों को पोषण के लिए चावल शाला में उपस्थित होकर शिक्षक श्री सिंह को भेंट किये। बताते चले कि इसके पूर्व भी ग्राम पंचायत क्षेत्र का कंजवार के सरपंच महोदय आदरणीया श्रीमती सविता- शिवदयाल पनिका जी द्वारा भी शाला के उत्कृष्ट विकास के लिए बच्चों को बैठने के लिए टेबल कुर्सी व कुछ अभिभावकों के द्वारा भी टेबल कुर्सी के साथ-साथ ब्लूटूथ डिवाइस अनुदान स्वरूप भेंट किया गया है। यह सब शिक्षक शैलेंद्र सिंह के मेहनत व कर्तव्य प्ररायणता व प्रयास का नतीजा है कि सभी अभिभावक व ग्रामीण जन विद्यालय के समग्र विकास मे अपने हैशियत के हिसाब से महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर मे पीछे नही हट रहे है। शिक्षक श्री सिंह ने सभी अभिभावकों के प्रति आभार ब्यक्त किए– -शिक्षक शैलेंद्र प्रताप सिंह आयोजक में मासिक स्वच्छता सह जागरूकता एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में सरपंच ग्राम पंचायत क्षेत्र कंजबार श्रीमती सविता- शिवदयाल पनिका जी जन शिक्षक श्री रघुनंदन प्रसाद पुनाडिया जी आंगनवाड़ी कार्यकर्ता ,सहायिका, किशोरी बालिकाएं, ग्रामीण महिलाएं ,शाला के शिक्षिका श्रीमती अंजलि विश्वकर्मा जी व शाला के बच्चें कार्यशाला सहभागिता किए। सभी उपस्थित गणमानजनों ने मासिक स्वच्छता पर अपना-अपना विचार रखें।इसके बाद शिक्षक शैलेंद्र सिंह द्वारा भी माहवारी स्वच्छता पर बिचार रखते हुए कहा गया कि माहवारी स्वच्छता में हमारे सभी माताए , बहने व किशोरी बालिकाओं को इस पर खुलकर बात करनी चाहिए, की माहवारी स्वच्छता हमारी माताओ, बहनों को कितना आवश्यक है, क्योंकि इस पर अगर हम बहुत खुलकर बात नहीं करेंगे तो इससे उत्पन्न होने वाली समस्या आगे जाकर काफी घातक हो सकती है। क्योंकि अगर खून की कमी होगी तो एनीमिया जैसे रोग उत्पन्न हो सकते हैं। पीरियड्स यह प्रकृति का ही देन है। हमारी माताएं बहने अन्य विषयों पर अधिक राशि खर्च कर देती है ,लेकिन इस महामारी के स्वच्छता के प्रति लापरवाह हो जाती है, और ऐसा करने से विभिन्न प्रकार की बीमारियां शरीर में घर कर जाती है । चाहिए की माहवारी के वक्त स्वच्छ कपड़े या सेनेटरी पैड का उपयोग करें, स्वच्छ व साफ सफाई के साथ रहे, संतुलित भोजन करें, नियमित स्नान करें , अपने परिवार जनों से खुलकर इस पर बात करें जिससे कोई समस्या या कष्ट होने पर वह आपकी सहायता कर सके। इसके बाद बैनर पोस्टर्स, नारों व स्लोगनों के साथ जन जागरूकता रैली निकालकर लोगों व ग्रामीण जनों को माहवारी स्वच्छता व शौचालय के नियमित साफ सफाई व नियमित उपयोग के बारे में जागरूक किया गया। शिक्षक शैलेंद्र सिंह का उक्त कार्य सभी के लिए प्रेरणादायक व प्रशंसनीय है।
-शाला को अनुदान स्वरूप महाकाव्य रामचरितमानस कहानी के किताबें व अनाज भेट किया गया।
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