-कमिश्नर रीवा संभाग बीएस जामोद ने चैफाल कोठार में आयोजित ग्राम चैपाल कार्यक्रम में ग्रामवासियों से संवाद किया। कमिश्नर ने शिक्षा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए ग्रामवासियों को अपने बच्चों को समय पर विद्यालय भेजने के लिए प्रोत्साहित किया। कमिश्नर ने कहा कि शिक्षा ही विकास की धुरी है। पढ़ लिखकर बच्चे न केवल स्वयं विकास के मार्ग पर अग्रसर होंगे बल्कि गांव के विकास में भी सहभागी बनेंगे। इसलिए आवश्यक है कि बच्चों को समय पर विद्यालय भेजे। कमिश्नर ने गांव में संचालित सभी शासकीय संस्थाओं एवं योजनाओं के संबंध में भी जानकारी प्राप्त की।कमिश्नर ने ग्रामवासियों की समस्याएं सुनी तथा उनके त्वरित निराकरण के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया। ग्रामवासियों द्वारा कुछ बसाहटों में पेयजल तथा सार्वजनिक रास्तों में अतिक्रमण के संबंध में अपनी समस्या से अवगत करया। कमिश्नर ने उक्त के संबंध में कार्यवाही कर अवगत कराने के निर्देश दिए हैं।कलेक्टर स्वरोचिष सोमवंशी ने शून्य शक्ति अभियान के तहत हितग्राही मूलक योजनाओं के क्रियान्वयन के संबंध में जानकारी प्राप्त की तथा सभी पात्र हितग्राहियों को लाभान्वित करने के निर्देश दिए हैं। कलेक्टर ने कहा कि कोई भी पात्र हितग्राही योजना के हितलाभ से वंचित नहीं रहे।ग्राम चैपाल में ग्राम पंचायत की सरपंच शोभा यादव, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत राहुल धोटे, उपखण्ड अधिकारी गोपद बनास नीलेश शर्मा, संयुक्त संचालक लोक शिक्षण संतोष त्रिपाठी, उपायुक्त डीएस सिंह, कार्यपालन यंत्री ग्रामीण यांत्रिकी सेवा हिमांशु तिवारी, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत सीधी अशोक तिवारी सहित संबंधित विभागीय अधिकारी एवं ग्रामवासी उपस्थित रहे।
-कमिश्नर ने उच्चतर माध्यमिक विद्यालय ताला का किया निरीक्षण।
कमिश्नर रीवा संभाग बीएस जामोद द्वारा शासकीय उच्चतर माध्यमि विद्यालय ताला का आकस्मिक निरीक्षण किया गया। विद्यालय का व्यवस्थित संचालन नहीं पाये जाने पर कमिश्नर द्वारा अप्रसन्नता व्यक्त करते हुए एक सप्ताह में सुधारात्मक उपाय सुनिश्चित कर पालन प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं।कमिश्नर ने विद्यालय में शिक्षकों तथा विद्यार्थियों की उपस्थित समय पर सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। जो बच्चे समय पर विद्यालय उपस्थित नहीं होते उनके अभिभावकों से संपर्क कर उन्हें समझाइस देने के लिए कहा है। इस दौरान उन्होने विद्यार्थियों से भी संवाद कर उनकी शैक्षणिक स्तर को जांचा। कमिश्नर ने शिक्षा के स्तर पर विशेष ध्यान रखने के लिए कहा है। उन्होने कमजोर बच्चों पर विशेष ध्यान केन्द्रित करने के निर्देश दिए हैं। पुस्तक वितरण में कमी पाए जाने पर कमिश्नर ने भौतिक सत्यापन के निर्देश दिए हैं।इस अवसर पर उनके साथ संयुक्त संचालक लोक शिक्षण संतोष त्रिपाठी, उपखण्ड अधिकारी मझौली आरपी त्रिपाठी उपस्थित रहें।