-सीधी जिले से दूरस्थ तहसील मझौली के एस डी एम कोर्ट में वर्षों से उपेन्द शुक्ला बतौर खण्ड लेखक पदस्थ हैं अधिवक्ता अर्जुन पाल मझौली द्वारा यह आरोप लगाया गया कि खण्ड लेखक द्वारा किसानों व अधिवक्ताओं से अभद्र व्यवहार किया जाता रहा है वर्षों से एक स्थान पर पदस्थ रहते हुए खण्ड लेखक उपेन्द शुक्ला मनमानी करते हैं और एस डी एम के द्वारा किये गये आदेशों को नहीं मानते हैं और उसमे कार्यवाही नहीं करते हैं जब उनके पास कृषक या फिर अधिवक्ता जाते हैं तो उनसे खण्ड लेखक उपेन्द्र शुक्ला अमर्यादित भाषा का प्रयोग करने लगते हैं और प्रकरणों को घुमाते फिराते है।अधिवक्ता अर्जुन पाल द्वारा यह आरोप लगाया गया कि मैं एक मामले में नक्सा सुधार के चिन्तामणि पाल पिता मोली पाल के मामले में एस डीएम खण्ड कार्यालय में गया था एस डी एम आर पी त्रिपाठी द्वारा उक्त मामले में आदेश किया गया था उसी के संबन्ध में जानकारी लेने का प्रयास किया गया और उस समय खण्ड लेखक उपेन्द शुक्ला ने अभद्र शब्द का प्रयोग करते हुए कार्यालय से बाहर जाने का दबाव बनाया जाता रहा और अभद्रता की जा रही थी।अधिवक्ता अर्जुन पाल खण्ड लेखक शूक्ला के इस ब्यवहार से पिडित हुए और उनकी शिकायत प्रदेश के मुख्यमंत्री से की जिसका शिकायत क्रमांक -28112520 हैउपरोक्त मामले के विषय में एम पी लाईव न्यूज द्वारा जब इस आसय की जानकारी एस डी एम मझौली आर पी त्रिपाठी से चाही गई तो उन्होंने बताया कि हमें मामले की जानकारी नहीं है यदी कोई शिकायत आती है तो आवश्यक कार्यवाही करेगे।
-अधिवक्ता ने एसडीएम खण्ड लेखक उपेन्द शुक्ला की सीएम हेल्पलाइन सहित अन्य अधिकारियों से की शिकायत। -अधिवक्ता ने लगाया खण्ड लेखक पर मनमानी व प्रकरणो में कार्यवाही के बजाय दबाने का आरोप।

By MPLive News
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