-यही से होता है जन जन पर शासन करने का शिलसिला।
-सीधी जिले का प्रशासनिक करूणा भवन प्रशासनिक कसावटो के साथ अव दिन व दिन अपनी कसावट पर सर्मिन्दा हो रहा है पिछले आधे दशक पूर्व से जिले के प्रशासन का केन्द्र रहने वाला भवन कई उतार -चढाव देख चुका है कई प्रशासनिक अधिकारी आये और गये लेकिन अद्वितीय छवि बनी रही और बड़े-बड़े र्निणय व फैसले यही से लिए जाते रहे हैं सीधी जिले के लेकिन इन दिनों करूणा भवन अपने रखरखाव को लेकर असहज दिखाई दे रहा है हालांकि ठीक बगल में नया प्रशासनिक भवन बन रहा है पिछले दो वर्षों से र्निमाण कार्य चल रहा है लेकिन कब तक पूर्ण होगा कुछ कह पाना कठिन है।शायद पीपी मोड़ में होने के कारण दिशा व दशा कब बदल जाय या फिर कब-तक बदलेगी कुछ कहा नहीं जा सकता है।लेकिन पुराने करूणा भवन का जो रूतबा बना हुआ था शायद अब वह फीका पड़ रहा है रख रखाव का अभाव देखा जा रहा है।बारजे व छत के सज्जनों पर जमे पीपल के छोटो-छोटे पौधे अब संकेत देने लगे हैं कि उनमें रखरखाव में कमजोरी की जाने लगी है यह या तो नये बन रहे भवन के बाद इसकी उपयोगिता कम होने का संकेत है या फिर प्रशासनिक लापरवाही का फिलहाल जिले का प्रशासनिक भवन अभी यही है।
-सीधी जिले का प्रशासनिक भवन करूणा भवन प्रशासनिक कसावट के साथ साफ सफाई का मोहताज। -जिले के आला प्रशासनिक अधिकारियों के है जिले के मुख्य कार्यालय।
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