-सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय भारत सरकार द्वारा चलाई जा रही आईआरएडी एकीकृत सड़क दुर्घटना डेटाबेस परियोजना की कलेक्टर स्वरोचिष सोमवंशी ने समीक्षा की। सोमवार को समय सीमा बैठक में सड़क दुर्घटना से संबंधित समस्त विभाग पुलिस, स्वास्थ्य, परिवहन एवं सभी सड़क एजेंसियों के विभाग प्रमुख उपस्थित रहे। कलेक्टर ने पुलिस विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि सभी सड़क हादसे प्राथमिकता से आईआरएडी पोर्टल में दर्ज किए जावे तथा जब्त वाहन और दुर्घटना स्थल के सड़क की जांच हेतु संबंधित विभाग को निर्धारित समय सीमा मे फॉरवर्ड किए जावे। स्वास्थ्य विभाग को सड़क हादसों की जानकारी तत्काल पुलिस को दी देने और घायलों एवं मृतकों की चिकित्सा रिपोर्ट समय पर अपलोड करने के निर्देश दिए गए हैं।
परिवहन विभाग को निर्देशित किया गया कि दुर्घटना में शामिल वाहन की जांच कर पोर्टल पर दर्ज की जावे। सड़क एजेंसियो को दुर्घटना स्थल की सड़क का निरीक्षण कर घटना स्थल की जानकारी दर्ज करने के निर्देश दिए गए। आईआरएडी सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय भारत सरकार द्वारा संचालित परियोजना है जिसका एप एवं पोर्टल एनआईसी द्वारा विकसित किया गया है। यह पूरे देश में लागू है। इसमें सड़क दुर्घटनाओ से संबन्धित विभागों पुलिस, परिवहन, चिकित्सा संस्थान एवं सड़क एजेंसी की आईडी निर्मित है। दुर्घटना स्थल की सड़क, हादसे में शामिल वाहन एवं चालक का विवरण, मृतकध्घायल का विवरण, उनके उपचार की जानकारी सहित सभी महत्वपूर्ण तथ्यों को संबन्धित विभागों द्वारा दर्ज किया जाना है। आईआरएडी में उपलब्ध रिपोर्ट का उपयोग कर सड़क हादसों के प्रमुख कारण का पता लगाने में सहायक है और दुर्घटनाओं में होने वाली क्षति को कम करने के उपाय किए जा सकेंगे।
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