-सीधी जिला मुख्यालय से -15 किलोमीटर दूर सोनतीर पटेहरा ग्रामपंचायत में अधोसंरचनाओं को लेकर जो ग्रामीणो मे इन दिनो अवधारणा बनी हुई है कि जो र्निमाण कार्य चल रहे हैं वे गुणवत्ताहीन बनाये जा रहे हैं।नाली र्निमाण का कार्य चल रहा है उसमें रेत की जगह क्रेशर की भस्सी उपयोग की जा रही है सबसे हैरानी की बात है कि एक तरफ नाली का र्निमाण कार्य कराया जा रहा है वह नाली एक तरफ बन रही है दूसरे तरफ गिरती जा रही है अधोसंरचना को देखा जाय तो नाली र्निमाण में लोहे का एक भी उपयोग नहीं किया जा रहा है।ग्रामपंचायत सोनतीरपटेहरा सरपंच श्रीमती शालू सिंह चौहान है और सचिव की भूमिका में रोजगार सहायक सुनील सिंह चौहान जिनके द्वारा ग्रामपंचायत के र्निमाण हो रहे अधोसंरचनाओं के साथ इस तरह का कृत्य किया जा रहा है।इस मामले में ग्रामपंचायत वार्ड-12 पंच रोहित तिवारी द्वारा जनपद व जिला पंचायत के अधिकारियों से मामले की जांच कर कार्यवाही की मांग की गई है अधोसंरचनाओं के स्थल पर एक भी कार्य का बोर्ड नहीं लगाया गया है जिससे कि यह जाहिर न हो सके लेकिन जिले के अधिकारी धितराष्ट बने हुए है।ग्रामपंचायत के भ्रष्टाचार का खुलासा शेष खुलासा अगले एपीसोड में किया जायेगा।
-धितराष्ट बने जिले के अधिकारी,मलाई खा रहे सरपंच सचिव,मामला सोनतीर पटेहरा ग्रामपंचायत का। -सोनतीर पटेहरा ग्रामपंचायत बनी भ्रष्टाचार का पर्याय। -अधोसंरचना र्निमाण में लापरवाही,बनते ही धराशाई हो रहे र्निमाण कार्य। -सीधी जिले के अधिकारी मौन। -सरपंच सचिव ने मिलकर ग्रामपंचायत को बना दिया दिवालिया।
By MPLive News
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