-शिक्षा समाज का दर्पण होता है। यह पूरी तरह से सत्य भी है, शिक्षा समाज की वास्तविकताओं, मूल्यों, आदर्शों को प्रतिबिंबित करती है। शिक्षा के द्वारा व्यक्तियों में ज्ञान, कौशल व आत्मविश्वास पैदा होता है जिसके निर्माण में शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है ।इसी उद्देश्यों को पूरा करने के लिए इस समय राज्य शिक्षा केंद्र भोपाल के आदेश के तहत प्रत्येक माह के द्वितीय , तृतीय व चतुर्थ शनिवार को जन शिक्षा केंद्रो पर दोपहर 2:00 बजे से शाम को 5:00 बजे तक कक्षा 1 से 8 तक के कक्षाओं का अध्ययन- अध्यापन कराने वाले शिक्षकों के लिए शैक्षिक संवादों का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें शिक्षक पियर लर्निंग कम्युनिटी के माध्यम से अपने-अपने शैक्षणिक अनुभवों को एक दूसरे से साझा करते हुए विद्यालय में आ रही शैक्षणिक चुनौतियों व समस्याओं का समाधान भी खोज पाने मे सक्षम हो पाएगे। ताकि हम अपने विद्यालयो व कक्षाओं में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा बच्चों को प्रदान कर सके। इस क्षेत्र में शिक्षक शैलेंद्र सिंह के द्वारा शिक्षकों को बताया जा रहा है कि आप अपनी कक्षाओं में बच्चों की सक्रिय भागीदारी बढ़ाने ,रूचि,जुड़ाव व अपनी बात रखने का समान अवसर के साथ-साथ गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करने का बेहतरी तरीका बताया गया। जिसमें कोल्ड़ कॉलिंग , थिंक पेयर, शेयर, स्कैफ्फोल्डिंग व सीसीपीए के माध्यम से बच्चों को शिक्षा प्रदान की जाए तो शिक्षा के क्षेत्र में गुणात्मक सुधार देखने को मिलेगा। श्री सिंह के द्वारा शिक्षकों के साथ अपना अनुभव शेयर करते हुए बताया गया कि हम इस उक्त गतिविधियों का उपयोग अपनी शाला में नियमित रूप से कर रहे हैं जिसका बेहतरीन रिजल्ट बच्चों के साथ देखने को मिल रहा है। शैक्षिक संवाद में उपस्थित सभी शिक्षकों ने उक्त शिक्षण विधियों को अपनी-अपनी शालाओं में प्रयोग करने के साथ शिक्षक शैलेंद्र सिंह की काफी सराहना की।
-अन्य शिक्षकों के लिए क्षमता निर्माण व परामर्शदाता के रूप में शैलेंद्र सिंह का अतुलनीय कार्य।

By MPLive News
Published on:
