-सीधी जिले में कहें तो नटवरलाल देखने को मिला है जिसके द्वारा फर्जी बसियत कराकर अधिवक्ता की जमीन लूटने में लगा हुआ है यही नहीं वसियत में जो स्टाम्प उपयोग किया गया है वह विभिन्न तारीखों का है स्टाम्प बेन्डर ने भी नटवरलाल का भरपूर साथ दिया है यह मामला सीधी जिले के कोतर कला एस पी आफिस के बगल का है जहां सीधी तहसीलदार कार्यालय में पदस्थ कोटवार राजेश गुप्ता तनय बैजनाथ गुप्ता के खिलाफ अधिवक्ता अशोक गुप्ता ने कोतवाली पुलिस को एक स्थगन आदेश तहसीलदार न्यायालय का दिया गया है जिसमें यह जिक्र है कि आरोपी राजेश गुप्ता द्वारा फर्जी वसीयत नामा के आधार पर अधिवक्ता के जमीन पर अबैध र्निमाण कार्य किया जा रहा है और जमीन पर न्यायालय का स्थगन आदेश है विगत तीन दिन से अवकाश है इसी का लाभ उठाकर आरोपी गण अबैध र्निमाण कार्य करा रहे हैं और अधिवक्ता द्वारा खुद के मामले में जब कोतवाली पुलिस के पास स्थगन दिखा कर काम रोकवाने का प्रयास किया जाता है तो कोतवाली पुलिस सहयोग नहीं दे रही है जिस मामले में एस डी एम , तहसीलदार दोनों को पुनः आवेदन देकर मामले को रोकने का प्रयास किया जा रहा है लेकिन आरोपी गण ज्यादा परेशान कर रहे हैं।अहम बात यह है कि जव कोटवार राजेश गुप्ता पूर्व से इस तरह के कृत्यों में संलिप्त हैं जिनके द्वारा बसीयत में डबल अंगूठा लगाया गया है एसे में विभाग की गोपनीयता कैसे बनी रहेगी।फिरहाल अधिवक्ता अपने मामले में खुद पैरवी करने में लगे हैं और अभी तक कहीं से इस मामले में राहत मिलती नहीं दिखाई दे रही है।
-कोतर का जो मामला सामने आया है वह वह जमीनी विवाद है पुलिस से सम्बंधित नहीं है हां यह बात अवश्य है कि यदि राजस्व के आर आई , पटवारी मौके पर जाय तो पुलिस वहां जा सकती है नहीं तो कैसे निराकरण हो पायेगा की किस भूमि पर विवाद है।
-अभिषेक उपाध्याय टीआई कोतवाली सीधी म प्र।
-अनावेदग गण जो बसीयत लेकर घूम रहे हैं वह फर्जी है दो स्टाम्प अलग-अलग डेट के लगे हैं जिनका सिरियल नम्बर भिन्न है हमने इस मामले की शिकायत जिला कलेक्टर,एस डी एम तहसीलदार तक हर जगह शिकायत की है यहां तक की तहसीलदार न्यायालय का स्थगन आदेश लेकर हम कोतवाली में आये है फिर भी मामले में कोतवाली पुलिस काम नहीं रोकवा रही है।अनावेदक गण उक्त भू भाग पर अबैध निर्माण कर रहे हैं।
-एडबोकेटअशोक गुप्ता निवासी कोतरकला सीधी मप्र।
-राजस्व विभाग का कोटवार बना नटवरलाल। -फर्जी बसीयत के माध्यम से हजम कर रहा अधिवक्ता की जमीन। -राजस्व व पुलिस की भूमिका पर उठ रहा है सवाल।
By MPLive News
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