-सिंगरौली जिले के हर्दी रेत खदान के गोपत नदी में रेत निकासी का जिम्मा साहाकार ग्लोबल लिमिटेड कंपनी को दिया गया है पर नदी से रेत निकासी करने के बाद हाइवा जैसे भारी बाहन सीधी की सडक कौ रौदते हुये रेत निकासी कर रहे है।ऐसे में सबाल यह उठ रहा है कि सिंगरौली के जिम्मेदार अधिकारी हर्दी खदान का परमीशन देते समय इस बात का ध्यान क्यू नही दिये कि आखिर जब रेत खदान स्थान से रेत निकलेगी तो किस पहुंच मार्ग होकर वाहन निकलेगे इतनी बडी चूक जिम्मेदार अधिकारी कैसे कर दिये यह सबाल आम लोगो के दिमाक मे पैदा हो रहा है।देखा यह जा रहा है गोपद नदी से भारी वाहन हाईवा जिसका बजन करीब 35 टन से अधिक रेत लेकर सीधी की दो सडको को चकनाचूर कर रहे है। ऐसे पर सीधी के जिम्मेदार अधिकारी भी चुप्पी साधे बैठे हुए हैं,जिसका खामियांजा कुसमी के क्षेत्रीय लोगों को उठाना पड़ रहा है।
-PWDकी सड़क हो रही क्षतिग्रस्त
बताते चलें कि सीधी से करीब 40 किलोमीटर दूर महखोर और महखोर से कुसमी पहुंच मार्ग जो pwd की सड़क है यह सिंगल वाहन चलने की सड़क है इसमें मात्र 8 टन तक के वजन लेकर वाहन चल सकते हैं इसका जिक्र लगे बोर्ड मे भी विभाग के द्वारा किया गया है लेकिन इस समय पर इस सडक पर 35 से 40 टन रेत साहाकार ग्लोवल लिमिटिड कंपनी से रेत भरकर हाइवा वेखौब निकल रहे हैं सडक तोड रहे है,इस पर जिम्मेदार अधिकारी कार्यवाही नहीं कर रहे हैं।
-मंदिर पहुंच मार्ग की प्रधानमंत्री सड़क भी हुयी क्षतिग्रस्त।
बताते चलें की सीधी से महखोर कुसमी पहुंच मार्ग के गोतरा गांव मे गोतरा मंदिर से लेकर में पीडबलूडी विभाग की मेन सड़क तक पहुंचने वाली प्रधानमंत्री सड़क को भी भारी बाहन क्षतिग्रस्त कर दिये है।इसी सडक से होकर रेत खदान हर्दी साहाकार ग्लोबल लिमिटेड कंपनी तक वाहन पहुंच रहे हैं भारी वाहन चलने के चलते गोतरा मंदिर तक पहुंच मार्ग पूर्ण रूपेण क्षतिग्रस्त हो चुका है जिससे श्रद्धालुओं को भी आवागमन में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है ऐसे पर अधिकारियों की कार्यवाही न करना कंपनी से साठगांठ होना प्रदर्शित कर रहा है।
-धूल से पट रहा मंदिर परिषर और मार्ग।
बताते चलें कि गोतरा अष्टभुजी देवी मंदिर जो की कुसमी क्षेत्र की प्रसिद्ध देवी मंदिर है आए दिन यहां पर भक्तों की भारी संख्या मे भीड़ लगी रहती है महिलायें भारी संख्या मे अपनी मन्नते लेकर यहां आती है पर मंदिर पहुंच मार्ग में भारी वाहनों के चलने से सड़क तो क्षतिग्रस्त हो ही गई है यहां भारी मात्रा में धूल के कड डस्ट उड़ रहा है आने जाने बालो एवं सडक के किनारे रहबासी लोगों का निकलना मुश्किल हो रहा है वही देखा जा रहा है कि मंदिर मे और मंदिर के पास एवं परिसर पर खड़े होने पर धूल से लोग परेशान हैं ऐसे में मंदिर पुजारी से लेकर आने जाने वाले लोगों ने भी ऐसे ट्रको वाहनो को न निकलने दिए जाने की मांग कर रहे हैं।
-DM का आदेश भी बेअसर।
वैधानिक सूचना बोर्ड मे उल्लेख है कि कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट सीधी का आदेश क्रमांक 892 आरडीएम 10 सीधी दिनांक 3 सितंबर 2010 के अनुसार इस मार्ग में 8 टन से अधिक भारी वाहन का यातायात प्रतिबंधित है और इस आदेश का उल्लंघन करने पर भारतीय दंड विधान की धारा 188 के तहत दंडनीय अपराध है ऐसा सूचना बोर्ड में उल्लेखित है ऐसा सीधी कलेक्टर के द्वारा आदेशित किया गया है लेकिन यहां पर देखा जा रहा है कि 8 टन से भी कई गुना अधिक करीब 35 से 40 टन के हाईवा साहाकार ग्लोबल लिमिटेड कंपनी हर्दी खदान से रेत भरकर बाहन इन दोनों सड़कों को रोदते हुए निकल रहे हैं सीधी कलेक्टर का यह आदेश बेअसर हो रहा है
पूरे मामले पर सीधी कलेक्टर का ध्यान आकृष्ट करते हुए लोग कार्यवाही की मांग कर रहे हैं।
-कुसमी पुलिस भी नहीं कर रही कार्यवाही।
बताते चलें की गोतरा मंदिर मार्ग के प्रधानमंत्री सड़क एवं महखोर कुसमी मार्ग की पीडबलूडी सड़क जिसमें मात्र 8 टन तक वाहन चल सकते हैं ऐसा सडक किनारे कलेक्टर द्वारा जारी बोर्ड लगा है जिसे थाना प्रभारी कुसमी भी पढे होगे क्यूकि यह क्षेत्र कुसमी थाना क्षेत्र अंतर्गत आता है और ऐसे में कभी भी कुसमी पुलिस के इन ओभर रेत से भरे भारी वाहनो पर पुलिश कोई कार्यवाही नहीं की है ऐसे मे ग्रामीणों ने सीधी पुलिस अधीक्षक का भी ध्यान आकृष्ट कराते हुए कुसमी पुलिस से कार्यवाही कराने की मांग कर रहे हैं।
-सिंगरौली से रेत भरकर भारी वाहन रौंद रहे सीधी की सडक। -सीधी DMका आदेश बेअसर,जिम्मेदार मौन।

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