-सीधी जिले के सारों कला के सारों कला ग्रामपंचायत की महिला सरपंच, सुश्री सरोज सिंह कुसराम पर 4 अप्रैल 2025 को जानलेवा हमला किया गया। हमला आरोपित अरुण सिंह चौहान ने किया, जो कि सारों कला ग्रामपंचायत का निवासी है। इस हमले में महिला सरपंच को गंभीर चोटें आईं, और उनकी स्कूटी भी क्षतिग्रस्त हो गई।
घटना का विवरण
दिनांक 4 अप्रैल 2025 को दोपहर करीब 12 बजे यह घटना सारों खुर्द ग्रामपंचायत के विनोद कुशवाहा के घर के पास हुई। आरोपी ने मोटरसाइकिल से महिला सरपंच की स्कूटी को ठोकर मारी, जिससे वह गिरकर घायल हो गईं। महिला सरपंच को पैर और कमर में चोटें आईं। हमले के बाद आरोपी मौके से फरार हो गया।
आरोपी का परिचय और रंजिश का कारण
आरोपी अरुण सिंह चौहान, जो कि सारों कला ग्रामपंचायत का निवासी है, के खिलाफ सरपंच ने पहले से ही रंजिश की बात कही है। उनका आरोप है कि आरोपी ने पूरी तरह से होशो-हवास में यह जानलेवा हमला किया। सरपंच के बयान के अनुसार, इस हमले से उनका जीवन संकट में पड़ा है और यह घटना एक साजिश के तहत की गई प्रतीत होती है।
पुलिस की कार्रवाई
इस घटना के बाद, महिला सरपंच ने बाहरी थाने में आरोपी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। बाहरी पुलिस ने आरोपी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 281 और 125 के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस अधिकारियों ने मामले की जांच शुरू कर दी है, और आरोपित की गिरफ्तारी के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।
सरपंच की सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता
महिला सरपंच सुश्री सरोज सिंह कुसराम ने अपनी सुरक्षा को लेकर पुलिस और प्रशासन से गुहार लगाई है। उनका कहना है कि अगर आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई नहीं की जाती, तो भविष्य में ऐसे हमलों की संभावना बढ़ सकती है, जिससे आदिवासी समुदाय में डर और असुरक्षा की स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
मीडिया और आदिवासी समाज की आवाज
आदिवासी समाज और मिडिया द्वारा जिले के प्रशासन और पुलिस अधिकारियों से इस घटना में त्वरित कार्रवाई की मांग की जा रही है। आदिवासी महिला सरपंच ने भी आवेदन देकर आरोपी के खिलाफ सख्त कदम उठाने का अनुरोध किया है ताकि आरोपी को सजा मिल सके और भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके।
समाज में भय का माहौल
इस घटना ने पूरे आदिवासी समाज को परेशान कर दिया है, क्योंकि महिला सरपंच पर हुआ यह हमला आदिवासी समाज की पहचान और उनकी सुरक्षा पर बड़ा सवाल खड़ा करता है। महिला सरपंच का कहना है कि अगर इस तरह के हमले होते रहे तो समाज में डर और असुरक्षा का माहौल बनेगा, जो समाज के लिए खतरनाक हो सकता है।
आने वाली चुनौतियाँ
जिला प्रशासन और पुलिस के सामने यह एक गंभीर चुनौती है, क्योंकि इस घटना ने न केवल स्थानीय समुदाय को परेशान किया है, बल्कि इस घटना ने आदिवासी समुदाय के खिलाफ हो रहे अत्याचार और हिंसा के मुद्दे को भी उजागर किया है। प्रशासन को अब इस मामले में सख्त कदम उठाकर आरोपी को न्याय दिलाने के साथ-साथ आदिवासी समाज की सुरक्षा सुनिश्चित करनी होगी।सीधी जिले के सारों कला ग्रामपंचायत में महिला सरपंच पर हुआ जानलेवा हमला एक गंभीर घटना है, जो समाज में असुरक्षा का माहौल पैदा कर रही है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है, लेकिन सवाल यह है कि क्या प्रशासन इस मामले में त्वरित और प्रभावी कदम उठाएगा? क्या महिला सरपंच को सही न्याय मिलेगा और इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकी जाएगी? इस घटना के बाद आदिवासी समाज की सुरक्षा और उनके अधिकारों पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं, जिनका समाधान प्रशासन को करना होगा।