- -राज न्यूज सीधी-जिले में भीषण गर्मी की दस्तक के साथ ही भू-जल स्तर करीब 50 फीट नीचे जा चुका है। ऐसे में अब हैंडपंपों से पानी निकलना भी बंद हो रहा है।पीएचई विभाग को कलेक्टर द्वारा आरंभ में ही निर्देशित किया गया था कि अभियान चलाकर बिगड़े हैंडपंपों की मरम्मत कराई जाए। फिर भी विभागीय अधिकारियों द्वारा अधिकांश क्षेत्रों में हैंडपंपों की मरम्मत धरातल पर कराने की बजाय केवल कागजों में ही आंकड़े दर्शाकर वाहवाही लूटी जा रही है। इसी लापरवाही के चलते अकेले चुरहट विधानसभा क्षेत्र में ही सैकड़ों हैंडपंप बंद पड़े हुए हैं। बताया गया कि राइजर पाईप न बढ़ाने के कारण यह हैंडपंप पानी की बजाय हवा फूंक रहे हैं।
ग्रामीणों की शिकायत के बाद भी विभागीय अधिकारी बिगड़े हैंडपंपों की मरम्मत कराने के लेकर पूरी तरह से लापरवाह बने हुए हैं। जिसके चलते गांवों में बिगड़े हैंडपंपों की संख्या लगातार बढ़ रही है। पीएचई विभाग की लापरवाही के चलते ग्रामीण क्षेत्र में पीने के पानी का संकटखड़ा हो गया है। बताया गया है कि पीएचई विभाग को गर्मी के दिनों में पानी से सूखते हैंडपंपों को चालू करने के लिए राइजर पाईप की व्यवस्था के लिए पर्याप्त बजट उपलब्ध कराया जाता है। जिम्मेदार अधिकारी कागजों में ही राइजर पाईप की खरीदी कर हर साल करोड़ों का गोलमाल करते हैं।